जब भी आप कुछ बोलते हैं-आप अपना पता बताते हैं।आप के बोलने और आप के बोल के बीच में।आप का जब भी आप कुछ बोलते हैं-आप अपना पता बताते हैं।आप के बोलने और आप के बोल के बीच में...
( ज़िन्दगी में हमेशा सीखते रहो आगे बढ़ाते रहो ) ( ज़िन्दगी में हमेशा सीखते रहो आगे बढ़ाते रहो )
शानवी आज शांतनु की पत्नी होने पर बहुत ही गर्व महसूस कर रही थी। शानवी आज शांतनु की पत्नी होने पर बहुत ही गर्व महसूस कर रही थी।
अब हम चारो को कभी कहीं नहीं जाने देंगे, कुछ भी हो जाए”। गोपाल के मुख से भी निकल पड़ा. अब हम चारो को कभी कहीं नहीं जाने देंगे, कुछ भी हो जाए”। गोपाल के मुख से भी निकल ...
किसी बात से परेशान है । तन्वी का मन भी परेशान हो उठा। उसने रुचिर को देखा। किसी बात से परेशान है । तन्वी का मन भी परेशान हो उठा। उसने रुचिर को देखा।
"जलता तो मैं हूँ फिर तुम क्यों रोती हो?" "जलता तो मैं हूँ फिर तुम क्यों रोती हो?"